कोई शेर कहूँ या दुनिया के किसी विषय पर ,
मैं कोई नया लेख लिखूं ,
या कोई अनोखी बात सुनूँ ,
कोई बात जो हंसनेवाली हो ,
कोई वाक्य जो दिलचस्प लगे ,
या कोई क्कयाल अछूता सा ,
या कहीं मिले ,कोई मंज़र जो हैरान कर दे ,
कोई लम्हा जो दिल को छु जाए ,
मैं अपने जेहन के कोनो में ,
इन् सबको संभाल के रखता हूँ ,
और सोचता हूँ ,
जब मिलोगे तुमको सुनाऊंगा ..
सुनोगे .....
रूहुल हक
No comments:
Post a Comment